तसिल् प्रत्यय:
सूत्रम् - पञ्चम्यास्तसिँल्
जब कोई वस्तु या व्यक्ति किसी स्थान से अलग होते हैं तो उस स्थानवाची शब्द में पञ्चमी विभक्ति का प्रयोग होता है।
उस परिस्थिति में स्थानवाची पञ्चमी विभक्ति के शब्दरूप के स्थान पर तसिल प्रत्यय का प्रयोग किया जा सकता है।
- तसिल् प्रत्यय का सिर्फ तः शेष रहता है।
उदाहरण -
1.भूपेश प्रयाग से काशी जाता है। भूपेशः प्रयागतः [प्रयागात् ] काशीं गच्छति।
2. राकेश विद्यालय से आता है। राकेशः विद्यालयतः [विद्यालयात् ] आगच्छति ।
3.हम सभी गाँव से आते हैं। वयं ग्रामतः [ ग्रामात् ] आगच्छामः ।
4.राजा महल से आता है। नृपः प्रासादतः [प्रासादात् ] आगच्छति ।
अधिक जानकारी और सरल तरीके से समझने के लिए नीचे दिए गए Link पर click करके यह video देखें ।
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